2015-04-30

गुरु नानक जी

नानक हरिद्वार गए और एक घटना घटी। पितृ-पक्ष चलता था और लोग कुएं पर पानी भर कर आकाश में अपने पुरखों को भेज रहे थे। नानक ने भी बाल्टी उठा ली, कुएं से पानी भरा और लोग तो पूरब की तरफ मुंह करके भेज रहे थे, उन्होंने पश्चिम की तरफ बाल्टी उलटानी शुरू कर दी। और जोर से कहा, पहुंच मेरे खेत में। जब दस-पांच बाल्टी डाल चुके और सब जगह खराब कर दी, पानी से भर दी, तो लोगों ने पूछा कि आप यह कर क्या रहे हैं? आपका दिमाग ठीक है? और पुरखों को जो पानी चढ़ाया जाता है, वह सूर्य की तरफ, पूर्व की तरफ, आप यह पश्चिम की तरफ उलटा धंधा कर रहे हैं! और यह क्या कहते हैं कि पहुंच मेरे खेत में? कहां खेत है तुम्हारा?

2015-04-26

भूकंप के दौरान कैसे करें बचाव

भूकंप के दौरान कैसे करें बचाव :-
भूकंप आने पर फौरन घर या स्कूल से निकलकर सुरक्षित खुले मैदान में जाएं। बड़ी बिल्डिंग्स, पेड़ों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें।
- बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
- कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं। इससे भूकंप का ज्यादा असर होगा।
- भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं ताकि इनके गिरने और शीशे टूटने से चोट न लगे।

- टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे घुस जाएं और उसके लेग्स कसकर पकड़ लें ताकि झटकों से वह खिसके नहीं।
- कोई मजबूत चीज न हो, तो किसी मजबूत दीवार से सटकर शरीर के नाजुक हिस्से जैसे सिर, हाथ आदि को मोटी किताब या किसी मजबूत चीज़ से ढककर घुटने के बल टेक लगाकर बैठ जाएं।
- खुलते-बंद होते दरवाजे के पास खड़े न हों, वरना चेाट लग सकती है।
- गाड़ी में हैं तो बिल्डिंग, होर्डिंग्स, खंभों, फ्लाईओवर, पुल आदि से दूर सड़क के किनारे या खुले मैदान में गाड़ी रुकवा लें और भूकंप रुकने तक इंतजार करें।

2015-04-25

ध्यानचंद कौन है

ध्यानचंद कौन है ? और क्यों जनता अक्सर उन्हें भारतरत्न देने की मांग करती है?
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हॉकी के जादूगर ध्यानचंद 

1. स्वतंत्रता के पहले जब भारतीय हॉकी टीम विदेशी दौरे पर थी, भारत ने 3 ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते. और खेले गए 48 मेचो में से सभी 48 मेच भारत ने जीते.


2. भारत 20 वर्षो से हॉकी में अपराजेय था. हमने अमेरिका को खेले गए सभी मेचो में करारी मात दी इसी के चलते अमेरिका ने कुछ वर्षो तक भारत पर प्रतिबन्ध लगा दिया.

3. श्री ध्यानचंद जी की प्रशंसको की लिस्ट में हिटलर का नाम सबसे उपर आता है. हिटलर ने ध्यानचंद जी को जर्मनी की नागरिकता लेने के लिए प्रार्थना की, साथ ही जर्मनी की ओर से खेलने के लिए आमंत्रित किया'उसके बदले उन्हें सेना का अध्यक्ष और बहुत सारा पैसा देने की बात कही. लेकिन जवाब में ध्यानचंद ने उन्हें कहा की मैं पैसो के लिए नहीं देश के लिए खेलता हूँ.


आहिस्ता चल जिंदगी


आहिस्ता  चल  जिंदगी,अभी 
कई  कर्ज  चुकाना  बाकी  है
कुछ  दर्द  मिटाना   बाकी  है
कुछ   फर्ज निभाना  बाकी है
                   रफ़्तार  में तेरे  चलने से
                   कुछ रूठ गए कुछ छूट गए
                   रूठों को मनाना बाकी है
                   रोतों को हँसाना बाकी है

बेटे के ऊपर एक कविता

 बेटे के ऊपर  एक कविता  ..........



गर घर की रौनक है बेटियां, तो बेटे हो-हल्ला है,
गिल्ली है, डंडा है, कंचे है, गेंद और बल्ला है,
बेटियां मंद बयारो जैसी, तो अलमस्त तूफ़ान है बेटे,
हुडदंग है, मस्ती है, ठिठोली है, नुक्कड़ की पहचान है बेटे,
आँगन की दीवार पर स्टंप की तीन लकीरें है बेटे,
गली में साइकिल रेस, और फूटे हुए घुटने है बेटे,

हिन्दुओं के प्राचीन 111 मंदिरों कीलिस्ट

हिन्दुओं के प्राचीन 111 मंदिरों की लिस्ट

अखंड भारत की चारों दिशाओं में स्थित प्राचीन व भव्य 111 मंदिरों की लिस्ट। यदि आप आध्यात्मिक अनुभव लेना चाहते हैं तो यहां जरूर जाएं।

इसे जरूर पढ़ें...हिन्दू धर्म : तीर्थ करना है जरूरी 

1. काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी, उत्तरप्रदेश
2. श्रीरामनथा स्वामी मंदिर रामेश्वरम्, तमिलनाडु
3. श्रीजगन्नाथ मंदिर, पुरी, ओडिशा
4. सूर्य मंदिर कोणार्क, ओडिशा
5. श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर तिरूअनंतपुरम, केरल
6. श्रीमहाकालेश्वर मंदिर उज्जैन, मध्यप्रदेश
7. श्रीगंगा सरस्वती मंदिर बसरा, तेलंगाना

चढाऊँ क्या तुझे भगवन?

कोई सोना चढाए , कोई चाँदी चढाए ; कोई हीरा चढाए , कोई मोती चढाए ;

चढाऊँ क्या तुझे भगवन ; कि ये निर्धन का डेरा है ;
अगर मैं फूल चढाता हूँ , तो वो भँवरे का झूठा है ;
अगर मैं फल चढाता हूँ , तो वो पक्षी का झूठा है ;
अगर मैं जल चढाता हूँ , तो वो मछली का झूठा है ;

इज्जत सिर्फ पैसे की है इंसान की नहीं

Respect for the human being is not only about money

इज्जत सिर्फ पैसे की है इंसान की नहीं ..


पुराने जमाने की बात है। किसी गाँव में एक सेठ रहेता था। उसका नाम था नाथालाल सेठ। वो जब भी गाँव के बाज़ार से निकलता था तब लोग उसे नमस्ते या सलाम करते थे , वो उसके जवाब में मुस्कुरा कर अपना सिर हिला देता था और  बहुत धीरे से बोलता था की " घर जाकर बोल दूंगा "

एक बार किसी परिचित व्यक्ति ने सेठ को ये बोलते हुये सुन लिया। तो उसने कुतूहल वश सेठ को पूछ लिया कि सेठजी आप ऐसा क्यों बोलते हो के " घर जाकर बोल दूंगा "

2015-04-17

नामदेव के चुटकुले भाग - 7

नामदेव और स्पेलिंग

नामदेव: जल्दी से यहाँ एक 108 एम्बुलेंस भेज दीजिये,
मेरे दोस्त को एक गाडी ने टक्कर मार दी है।
उसके नाक से और कान से खून बह रहा है। शायद
उसकी हड्डी भी टूट गयी है।
ऑपरेटर : आप किस जगह पर हैं
कृपया वो बता दीजिये।
नामदेव : बिट्टन चौराहे पर।
ऑपरेटर : आप मुझे बिट्टन की स्पेलिंग बता दीजिये?

2015-04-15

श्रीमार्कंडेय ऋषि रचित महामृत्युंजय मंत्र

'मृत्यु को जीतने वाला' :- महा मृत्युंजय मंत्र

!! ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः 
ॐ त्र्यम्‍बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् 
उर्वारुकमिव बन्‍धनान् मृत्‍योर्मुक्षीय मामृतात् 
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ !!


नोट :- घर से निकले पूर्व इस मंत्र का केवल 1 बार जप करने से अकाल मृत्यु, अपघात टल जाते है |
भगवान शिव के उपासक ऋषि मृकंदुजी के घर कोई संतान नहीं थी । 
उन्होंने भगवान शिव की कठिन तपस्या की । 


भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और वरदान मांगने को कहा । 
उन्होंने संतान मांगी । 
भगवान शिव ने कहा, ‘‘तुम्हारे भाग्यमें संतान नहीं है । 
तुमने हमारी कठिन भक्ति की है इसलिए हम तुम्हें एक पुत्र देते हैं । 
लेकिन उसकी आयु केवल सोलह वर्ष की होगी ।’’ 
कुछ समय के बाद उनके घर में एक पुत्र ने जन्म लिया । 

कितनी भी खराब परिस्थिति आए टूटना नहीं

एक ट्रक में मारबल जा रहा था।
उसमें एक भगवान की मूर्ति,
और चकोर टाइल्स साथ- साथ जा रही थी।
रास्ते में आपस में टकराते (टक-टक-टक) हुए टाइल्स ने भगवान् की मूर्ति से कहा...
भाई उपर वाले के द्वारा हम दोनों के साथ यह भेदभाव क्यों ?
मूर्ति: कैसा भेदभाव ?
टाइल्स: भाई तुम भी पत्थर, मैं भी पत्थर,
तुम भी उसी खान से निकले जिससे मैं निकला,

स्वयं को बदलो

स्वयं को बदलो

संसार बदलता है, फिर भी बदलता नहीं। संसार की मुसीबतें तो बनी ही रहती हैं। वहां तो तूफान और आंधी चलते ही रहेंगे। अगर किसी ने ऐसा सोचा कि जब संसार बदल जाएगा तब मैं बदलूंगा, तो समझो कि उसने न बदलने की कसम खा ली। तो समझो कि उसकी बदलाहट कभी हो न सकेगी। उसने फिर तय ही कर लिया कि बदलना नहीं है, और बहाना खोज लिया।


बलिदान ना सही पर हम छोटे काम तो कर सकते हैं

बलिदान ना सही पर हम छोटे काम तो कर सकते हैं:-


1. कचरा सड़क पर ना फैंकें
2. सड़कों, दीवारों पे ना थूकें
3. नोटों, दीवारों पर ना लिखें
4. गाली देना छोड़ दें
5. पानी लाइट बचाएँ

ये मेरा इंडिया है

यह इंडिया है मेरे यार!

1) हम बेटियों की पढ़ाई से ज्यादा उनकी शादी पर खर्च करते हैं।
2) हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहां पुलिस वालों को देखकर हम सुरक्षित महसूस करने की बजाय घबरा जाते हैं।
3) IAS एग्जाम में एक शख्स 'दहेज : एक सामाजिक बुराई' विषय पर 1500 शब्दों का बेहतरीन लेख लिखता है। सबको प्रभावित करता है और एग्ज़ाम पास कर लेता है। एक साल बाद यही शख्स दहेज में 1 करोड़ रुपये मांगता है क्योंकि वह एक IAS अफसर है।
4) भारतीय बहुत शर्मीले होते हैं लेकिन फिर भी 121 करोड़ हैं।
5) भारतीयों को स्क्रैचप्रूफ गर्रिला ग्लास वाले स्मार्टफोन पर स्क्रीन गार्ड
लगवाना जरूरी लगता है लेकिन बाइक चलाते समय हेल्मेट लगाना नहीं।

2015-04-14

प्रेम की पुकार

प्रेम की पुकार....

प्रेम मेँ पहली दफा झलकता है
'परमात्मा'
मैँ तुमसे कहता हुं इंसान को प्रेम करो ।
वहां तुम प्रेम का पहला पाठ सिखोगे और
वही पाठ तूम्है इतना मदमस्त कर देगा कि तुम
जल्दी ही पुछने लगोगे ...और बड़ा प्रेमपात्र
कहां खोजुं?
मनुष्य से प्रेम करने से ही तुम्हे अनुभव
होगा कि मनुष्य छोटा पात्र है प्रेम

2015-04-13

ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा

हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा
मैं ही कश्ती हूँ मुझी में है समंदर मेरा
किससे पूछूँ कि कहाँ गुम हूँ बरसों से
हर जगह ढूँढता फिरता है मुझे घर मेरा
एक से हो गए मौसमों के चेहरे सारे
मेरी आँखों से कहीं खो गया मंज़र मेरा
मुद्दतें बीत गईं ख़्वाब सुहाना देखे

भारतीय रेल की जनरल बोगी

General Railway Bogie


भारतीय रेल की जनरल बोगी
पता नहीं आपने भोगी कि नहीं भोगी
एक बार हम भी कर रहे थे यात्रा
प्लेटफार्म पर देखकर सवारियों की मात्रा
हमारे पसीने छूटने लगे
हम झोला उठाकर घर की ओर फूटने लगे
तभी एक कुली आया
मुस्कुरा कर बोला - 'अन्दर जाओगे ?'

स्वस्थ रहने के टिप्स

Healthy Living Tips


अच्छे स्वास्थ्य और लंबी जिंदगी के लिए योगाभ्यास तो जरूरी है ही पर इसके अतिरिक्त कुछ सामान्य नियमों और सावधानियों का पालन भी आवश्यक है। इन नियमों-सावधानियों व जानकारियों के पालन से दिनचर्या व्यवस्थित होने लगती है और हम लंबे समय तक युवा बने रह सकते हैं।

स्वस्थ रहने के टिप्स
  1. प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व उठने का नियम बनाएं। इसके लिए रात में जल्दी सोने की आदत डालें। सुबह उठने के बाद शौचादि से निवृत्त होकर ऊषापान करें। 
  2. ऊषापान के लिए रात में पानी तांबे के बर्तन में भर कर रख दें और सुबह उसमें से लगभग दो गिलास पानी खाली पेट पीएं। सर्दी के मौसम में पानी थोड़ा गुनगुना कर लें।

प्राकृतिक वेगों को न रोकें

प्राकृतिक वेगों को न रोकें





  1. कई बार व्यक्ति शरीर के प्राकृतिक वेगों को बार-बार रोकता रहता है, जिसकी वजह से शरीर में अनेक व्याधियां पैदा हो जाती हैं। अतः शरीर के किसी भी प्राकृतिक वेग को नहीं रोकना चाहिए।
  2. मलवेग को रोकने से पेट के निचले हिस्से में दर्द, कब्ज, गैस, अफारा पैदा होता है और रक्त दूषित होने लगता है।
  3. मूत्रवेग को रोकने से मूत्राशय व मूत्र नलिका में दर्द व शरीर में बेचैनी होने लगती है।

स्वास्थ्य उपयोगी जानकारियां

कुछ स्वास्थ्य उपयोगी जानकारियां


  1. आंखों में जलन रहती हो, तो दिन में तीन से चार बार मुंह में ठंडा पानी भर कर 15-20 बार आंखों को ठंडे पानी से धोएं और सुबह के समय नंगे पैर हरी घास पर चलें।
  2. चुस्त (टाइट) पैंट के पीछे दिन भर मोटा पर्स रखने से कमर दर्द व साइटिका का दर्द होने की संभावना बढ़ जाती है।
  3. नहाने से पहले सरसों का तेल दोनों नासारन्ध्रों में लगाकर नहाने के बाद नाक को अच्छी तरह साफ कर लें। ऐसा करने से नजला-जुकाम नहीं होता।

मानवता के मूल्यों को समझना

एक स्कूल में टीचर ने अपने छात्रो को एक कहानी सुनाई और बोली एक समय की बात है की एक समय एक छोटा जहाज दुर्घटना ग्रस्त हो गया . उस पर पति पत्नी का एक जोड़ा सफ़र कर रहा था .

उन्होने देखा की जहाज पर एक लाइफबोट है जिसमे एक ही व्यक्ति बैठ सकता है, जिसे देखते ही वो आदमी अपनी पत्नी को धक्का देते हुए खुद कूद कर उस लाइफबोट पर बैठ गया .

उसकी पत्नी जोर से चिल्ला कर कुछ बोली ....

टीचर ने बच्चो से पूछा की तुम अनुमान लगाओ वो चिल्लाकर क्या बोली होगी ...

2015-04-12

नोटों की गड्डीया लेते समय की सावधानी

बैंको या व्यतियों से नोटों की गड्डीया लेते समय सावधानी बरते  नोटों की गड्डीया ध्यान से चेक करें अन्यथा  जेब कट ,... नहीं समझे , नीचे देखो और इसे इतना शेयर करो कि सभी तक ये जानकारी पहुच जाये   |








कलयुग का भागीरथ

भारत के जलपुरूष के नाम से प्रसिद्ध राजेंद्र सिंह को इससे पहले वाटर हारवेस्टिंग और वाटर मैनेजमेंट के लिए रेमन मैगसेसे अवार्ड भी मिल चुका है.  1980 में पढ़ाई पूरी करने के बाद राजेंद्र सिंह एक सरकारी नौकरी से जुड़े. नौकरी के दौरान ही वे एक संस्था जिसका नाम तरुण भारत संघ था उससे भी जुड़े पर 1984 में संस्था के साथी सदस्यों से इनका कुछ विवाद हो गया. तब वे संस्था के जनरल सेक्रेटरी के पद पर थे. इस विवाद के कारण बोर्ड के सभी सदस्यों ने त्यागपत्र दे दिया. अब पूरी संस्था की जिम्मेदारी उनपर थी. राजेंद्र लोगों के नजदीक रहकर काम करना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने कुछ बेहद साहसिक फैसले लिए. 1984 में ही उन्होंने नौकरी छोड़ दी. और एक दिन उन्होंने अपनी सारी संपत्ति 23,000 रुपए में बेचकर एक बस में आखिरी स्टॉप के लिए टिकट लेकर चढ़ गए.

राजेंद्र को नहीं पता था कि वे कहां जा रहे हैं. बस का आखिरी स्टॉप था अलवर जिले का किशोरी नामक गांव और तारीख थी 2 अक्टूबर 1985. इस दिन के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. शुरुआत में उन्होंने शिक्षा के ऊपर काम करना शुरू किया पर जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि शिक्षा से ज्यादा इस क्षेत्र मेंं पानी के मुद्दे पर काम करना आवश्यक है. उन्होंने पाया कि सालोंं से हो रही जंगल की कटाई और खनन के कारण यह जिला बंजर हो चला है. इस क्षेत्र में घटते जलस्तर का एक कारण लोगों द्वारा जल प्रबंधन के पारंपरिक तरीकों का त्याग करना और बोरवेल जैसे आधुनिक तरीकों पर निर्भर हो जाना भी था. राजेंद्र ने क्षेत्रीय लोगों से जल प्रबंधन के पारंपरिक तरीके सीखे जिसमें जोहाद या छोटे-छोटे मिट्टी के चेक डैम का निर्माण मुख्य रूप से शामिल था.

उनके कई  शहरी दोस्तों को गांववालों के साथ जोहाद के निर्माण में शारीरिक श्रम करने का आइडिया पसंद नहीं आया और वे राजेंद्र को छोड़ वापस लौट आए. राजेंद्र ने ग्रामीणों के साथ मिलकर सबसे पहले गोपालपुरा जोहाद से गाद निकालने का काम शुरू किया जो वर्षों की अनदेखी के कारण उपयोग लायक नहीं रह गया था. उस वर्ष जब मानसून आय तो गोपालपुरा जोहाद भर गया और साथ ही आसपास के कुओं में भी पानी भर आया जो सालों से सूखे पड़े थे. अगले तीन सालों मेंं गोपालपुरा जोहाद की गहराई 15 फीट कर दी. कुछ ही सालों में क्षेत्र का जलस्तर बढ़ गया और उसे डार्क जोन से व्हाईट जोन घोषित कर दिया गया.

उनके इन प्रयासों को देखकर वन विभाग ने उन्हें सरिस्का नेशनल पार्क में जल प्रबंधन के लिए आमंत्रित किया. 1986 में उन्होंने अपनी पहली पदयात्रा शुरू की और क्षेत्र के ग्रामीणों को जोहाद के निर्माण के फायदों के बारे में अवगत कराया. उनकी संस्था तरुण भारत संघ के कार्यकर्ताओं ने अरवारी नदी के उद्गम स्थल पर जोहाद का निर्माण किया जो कि कई वर्षों से मृत हो सूख चुकी थी. इसके अलावा नदी के कैचमेंट एरिया या अपवाह क्षेत्र में पड़ने वाले गांवों में भी छोटे-छोटे मिट्टी के बांधों का निर्माण कराया गया. कुल 375 बाधों का निर्माण हुआ और वर्ष 1990 में  पिछले 60 सालों से सुखी पड़ी नदी में फिर पानी बहने लगा.

कुछ इसी तरह से राजस्थान की अन्य चार नदियां भी जिंदा हो गईं. इन नदियों के नाम हैं रुपारेल, सरसा, भगनानी और जहाजवाली. सन 2001 तक उनकी संस्था तरुण भारत संघ का कार्यक्षेत्र मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात और आंध्र प्रदेश की 6,500 वर्ग किमी तक फैल गया था. अबतक इस संस्था ने 4,500 से अधिक जोहाद का निर्माण किया है जिससे राजस्थान के हजार से अधिक गांवों में पानी उपलब्ध हो पाया है.


साभार - जागरण 



योगी चांगदेव

योगी चांगदेव को ज्ञानोपदेश -


योगी चांगदेव अपने योगबल के सामर्थ्य से १४०० साल तक जीवित थे । परंतु उन्हें आत्मज्ञान नहीं प्राप्त था । परंतु अपने योगसामर्थ्य का उन्हें बहुत घमंड था । संत ज्ञानदेव और उनकी बहन, भाईयों की किर्ती चांगदेव के कानों तक पहुंची । उनकी किर्ती सूनकर चांगदेव के अहंकार को आहत पहुंची । उन्होंने संत ज्ञानदेव को अप्रत्यक्ष चुनौती दी । संत ज्ञानदेव और उनके भाई - बहन पर रौब जताने के लिए चांगदेव बाघ पर सवार होकर उनके सामने पहुंचे ।

नामदेव और एल.एल.बी. की पढ़ाई

 Dedicated to all the Liers..

Sorry...!!

Lawyers.. 


एल.एल.बी. की पढ़ाई...


प्रोफेसर : अगर तुम्हें किसी को संतरा देना हो तो
क्या बोलोगे...?
नामदेव (छात्र) : ये संतरा लो।

प्रोफेसर : नहीं... एक वकील की तरह बोलो...।

नामदेव (छात्र) : मैं एतद् द्वारा, अपनी पूरी रुचि व होशो- हवास में और बिना किसी के दबाव में आए इस फल, जो कि संतरा कहलाता है, और जिस पर मैं पूरा मालिकाना हक़ रखता हूँ, को उसके छिलके, रस, गूदे और बीज सहित आपको देता हूँ और इसके साथ ही आपको इस बात सम्पूर्ण व बिना शर्त अधिकार भी देता हूँ कि आप इसे काटने, छीलने, फ्रिज में रखने या खाने के लिये पूरी तरह स्वतंत्र हैं।

किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये

Few Beautiful lines...

किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!
डरिये वक़्त की मार से,

पर्यावरण को बचाने की अनूठी पहल

मेरे स्नेही मित्रो

सेवा के इस अनुठे आयोजन से खुद को जोडे ।

वर्तमान के मोसमी फल जैसे आम, जामुन, चिकू ईत्यादी उपयोग करने के बाद कृपया इनके बीज फेके नही, इन्हें पानी से धोकर एक प्लास्टीक की थैली में रखे। और जब भी आप शहर के बहार जावे जंहा सूखी बंजर भूमि दिखे वहा पर इन बीजो को फेके, अथवा सडक के किनारे पर। 

अच्छे दिन कब आएंगे

एक लङकी थी रात को आँफिस से वापस लोट रही थी देर भी हो गई थी... पहली बार ऐसा हुआ ओर काम भी ज्यादा था तो टाइम का पता ही नही चला वो सीधे auto stand पहुँची वहाँ एक लङका खङा था वो लङकी उसे देखकर डर गई की कही उल्टा सीधा ना हो जाए तभी वो लङका पास आया ओर कहा बहन तू मौका नही जिम्मेदारी हे मेरी ओर जब तक तुझे कोई गाङी नही मिल जाती मैँ तुम्हे छोङकर कहीँ नही जाउँगा 

dont worry

कूड़े की बाल्टी

एक दिन एक व्यक्ति ने एक बहुत बड़ा और  सुंदर सा घर ख़रीदा जिसमें... एक सुंदर बाग़ भी था। पड़ोस में जो घर था वह बहुत साधारण और पुराना था, साथ ही पड़ोसी भी बड़ा दुष्ट एवं ईष्यालु था। अभी उस व्यक्ति को नये घर में आए हुये कुछ  ही समय हुआ था कि दुष्ट पड़ोसी ने रात को अपने घर के कूड़े की बाल्टी उसके द्वार पर रख दी।

बिना परिश्रम और संघर्ष के ?

एक बार एक आदमी को अपने बगीचे (garden) में टहलते हुए किसी टहनी से लटकता हुआ एक तितली का कोकून दिखाई पड़ा. अब हर रोज़ वो आदमी उसे देखने लगा , और एक दिन उसने देखा (notice) किया कि उस कोकून में एक छोटा सा छेद बन गया है. उस दिन वो वहीँ बैठ गया और घंटो उसे देखता रहा. उसने देखा की तितली उस खोल से बाहर निकलने की बहुत कोशिश कर रही है , पर बहुत देर तक प्रयास करने के बाद भी वो उस छेद से नहीं निकल पायी , और फिर वो बिलकुल शांत हो गयी मानो उसने हार मान ली हो.

2015-04-11

जीने की तमना नहीं

हर बार सोचा कह दूं के जीने की तमना नहीं
पर तेरे पास आ के मेरे होंठ कुछ कहते नहीं
मरना अब आसान लगता है मुझे क्यों की
अब जीने की तो तमना मुझ में बची ही नहीं

आसमान मेरे सर की ऊपर है लेकिन क्या करे
सूरज की एक भी किरण मेरी सर पर नहीं
साथी बना लिया था हमने रात को अपना
मगर अब तो सितारे भी मेरा साथ देते नहीं


पति पत्नी चुटकले भाग - 5

पति पत्नी चुटकले 




पति--तुमने पढा? आखबार में लिखा है कि ताजे
आँकडों से पता चला है कि 25 प्रतिशत महिलाएं
मानसिक बीमारी के लिए दवाइयाँ लेती हैं"
पत्नि : "तो इसमें विशेष बात क्या है?
पति: "यह तो बहुत डरावना समाचार है"
पत्नि : "क्यो?"
पति: "इसका मतलब यह हुआ कि 75 प्रतिशत
महिलाएं बिना दवाइयाँ लिए घूम रही हैं ।


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पति पत्नी  ने ऊंचाई से आत्महत्या करने की योजना बनाई! पति  कूद गया और पत्नी  नहीं कूदी!
आधे रास्ते में पति  ने पैराशूट खोला और चिल्लाया- मुझे पता था चुड़ैल , तू नहीं कूदेगी!


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सम्राट चन्द्रगुप्त की विदेशी पत्नी हेलेना

Chandragupta foreign wife Helena 

सम्राट चन्द्रगुप्त की विदेशी पत्नी हेलेना 

जब यूनानी आक्रमणकारी सेल्यूकस चन्द्रगुप्त मौर्य से हार गया और उसकी सेना बंदी बना ली गयी तब उसने अपनी खूबसूरत बेटी हेलेना के विवाह का प्रस्ताव चन्द्रगुप्त के पास भेजा .. सेल्यूकस की सबसे छोटी बेटी थी हेलेन बेहद खुबसूरत , उसका विवाह आचार्य चाणक्य ने प्रस्ताव मिलने पर सम्राट चन्द्रगुप्त से कराया. पर उन्होंने विवाह से पहले हेलेन और चन्द्रगुप्त से कुछ शर्ते रखी जिस पर उन दोनों का विवाह हुआ.

शरीर पर तेजाब गिर जाये तो क्या करें ?

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तेजाब से हमला......  क्या करें ? 


........हम आज कल ACID ATTACKS (तेजाब से हमला) के बारे में अक्सर सुनते रहते हैं.....दोस्तों अगर किसी के उपर तेजाब पड़ जाऐ या किसी ने तेजाब डाल दिया हो तो क्या करें.....???नहीं पता तो इस जानकारी को पढ़ें.......शरीर के जिस हिस्से पर तेजाब गिर गया हो उस पर सब से पहले जितना जल्दी हो सके उस पर दूध (MILK) डाले ..........

क्यूँ नहीं है आप का बीमा?

क्यूँ नहीं है आप का बीमा,
किसे पता है उम्र की सीमा !

जिस दिन कुछ भी उपर-नीचे
जीवन में हो जायेगा... !

बीवी एक पुलिसवाले के साथ भाग गयी


एक सीनियर सिटिजन अपनी नई कार 100 की स्पीड में चला रहे थे।
रियर व्यु मिरर में उन्होंने देखा कि पुलिस की एक गाडी उनके पीछे लगी हुई है।

उन्होंने कार की स्पीड और बढ़ा दी। 140 फिर 150 और फिर 170..........

अचानक उन्हें याद आया कि इन हरकतों के लिहाज से वे बहुत बूढ़े हो चुके हैं और ऐंसी हरकतें उन्हें शोभा नहीं देतीं।

उन्होंने सड़क के किनारे कार रोक दी और पुलिस का इन्तजार करने लगे।

निंदा रस

निंदा में बड़ा रस है  यदि हमारे घर के सामने कोई कचरा डाल जाय तो हम उससे झगडा करने को तैयार हो जाते है/लेकिन जब कोई व्यक्ति हमारे कानो में किसी  व्यक्ति कि निंदा का कचरा भरता है तो हम बड़े खुश हो कर उसकी बातो को सुनते है अगर निंदा ही सुन्नी है तो फिर यो करे-अपने कान के उपर लिखे "डस्टबिन" और नीचे लिखे " प्लीज यूज़ मी।

2015-04-10

वास्तुशास्त्र में दिशाओं का महत्व

वास्तुशास्त्र में दिशाओं का महत्व 

वास्तुशास्त्र में पश्चिम दिशा (Weast direction in Vastu)


पश्चिम दिशा का स्वामी वरूण देव हैं.भवन बनाते समय इस दिशा को रिक्त नहीं रखना चाहिए.इस दिशा में भारी निर्माण शुभ होता है.इस दिशा में वास्तुदोष होने पर गृहस्थ जीवन में सुख की कमी आती है.पति पत्नी के बीच मधुर सम्बन्ध का अभाव रहता है.कारोबार में साझेदारों से मनमुटाव रहता है.यह दिशा वास्तुशास्त्र की दृष्टि से शुभ होने पर मान सम्मान, प्रतिष्ठा, सुख और समृद्धि कारक होता है.पारिवारिक जीवन मधुर रहता है.
वास्तुशास्त्र में वायव्य दिशा 

2015-04-07

रिज़क़ का हिसाब


रिज़क़ का हिसाब.....एक व्यक्ति एक दिन बिना बताए काम पर नहीं गया.....मालिक ने,सोचा इस कि तन्खाह
बढ़ा दी जाये तो यह और दिल्चसपी से काम करेगा..... और उसकी तन्खाह बढ़ा दी....अगली बार जब  उसको तन्खाह सेज़्यादा पैसे दिये तो वह कुछ नही बोला चुपचाप पैसे रख लिये.....कुछ महीनों बाद वह फिर ग़ैर हाज़िर हो गया......मालिक को बहुत ग़ुस्सा आया.....सोचा इसकी तन्खाह बढ़ाने का क्या फायदा हुआ यह नहीं सुधरेगाऔर उस ने बढ़ी हुई तन्खाह कम कर दी और इस बार उसको पहले वाली ही तन्खाह दी......वह इस बार भी चुपचाप ही रहा और ज़बान से कुछ ना बोला....तब मालिक को बड़ा ताज्जुब हुआ....उसने उससे पूछा कि जब मैने तुम्हारे ग़ैरहाज़िर होने के बाद तुम्हारी तन्खाह बढा कर दी तुम कुछ नही बोले और आज तुम्हारी ग़ैर हाज़री पर तन्खाह कम कर के दी फिर भी खामोश हीरहे.....!!

How to take care of your heart

A chat with Dr Naresh Trehan, (Heart Specialist) at MEDANTA-"The Medicity" Gurgaon  arranged by WIPRO for its employees. The transcript of the chat is given below. Useful for everyone.


Qn: What are the thumb rules for a layman to take care of his heart?

Ans:
1. Diet - Less of carbohydrate, more of protein, less oil
2. Exercise - Half an hour's walk, at least five days a week;
avoid lifts and
avoid sitting for a longtime
3. Quit smoking
4. Control weight
5. Control BP - Blood pressure and Sugar


Qn: Can we convert fat into muscles?

Ans: It is a dangerous myth. Fat and muscles are made of two different tissues, fat is fat ... Ugly and harmful... Muscle is muscle. Fat can never be converted into a muscle.


Qn: It's still a grave shock to hear that some apparently healthy person gets a cardiac arrest. How do 
we understand it in perspective?

Ans: This is called silent attack; that is why we recommend everyone past the age of 30 to undergo routine health checkups.


Qn: Are heart diseases hereditary?

गर्मी के दोहे


रहिमन कूलर राखिये बिन कूलर सब सून
कूलर बिना ना किसी को गर्मी से मिले सुकून ।।
ए.सी. जो देखन मैँ गया ए.सी. ना मिलया कोय
जब घर लौटा आपणे घर घर ए.सी. होय ।।
बिजली का बिल देखकर दिया कबीरा रोय

हनुमानजी की प्रार्थना

Hanuman

Hanuman Bajrangbali


पवन पुत्र हनुमानजी को बजरंगबली, पवनसुत, मारुतिनंदन, केसरीनंदन इस तरह के कई नामों से उनकी प्रार्थना की जाती है। श्री हनुमान जी की प्रार्थना जिसमें उनके बारह नामों का उल्लेख मिलता है। इन नामों के जप करने से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

इन नामों का स्मरण करने से ना सिर्फ उम्र में वृद्धि होती है बल्कि समस्त सुखों की प्राप्ति भी होती है। इन बारह नामों को जपने वाले व्‍यक्ति की हनुमान दसों दिशाओं और आकाश पाताल में रक्षा करते हैं।

हनुमानजी के बारह नाम 

भोजन ठीक से चबाये हिंसा कम होगी

डा. पर्ल्स एक अमेरिकन मनोवैज्ञानिक है। उसने एक बहुत छोटी सी बात पर जिंदगी भर प्रयोग किया। एक बहुत छोटी बात, जिसका हमें खयाल भी नहीं हो सकता। उसका कहना है कि जो आदमी भोजन ठीक से चबा कर नहीं करता, उस आदमी की जिंदगी में हिंसा ज्यादा होगी, वह ज्यादा वायलेंट होगा। जो आदमी भोजन ठीक से चबा कर करता है, उसकी जिंदगी में हिंसा कम हो जाएगी।

यह बहुत अजीब सी बात मालूम पड़ती है। चबाने से और हिंसा का क्या संबंध हो सकता है! लेकिन पर्ल्स की तीस साल की खोज यही है कि सभी जानवरों की हिंसा उनके दांतों से बंधी होती है। सभी जानवर दांत से हिंसा करते हैं, जब भी हिंसा करते हैं तो दांत से ही करते हैं। आदमी भी, उसकी हिंसा भी उसके दांतों में केंद्रित है। लेकिन आदमी ने जो भोजन विकसित किए हैं, उनमें उतनी हिंसा नहीं हो पाती। इसलिए उसके दांत की हिंसा उसके पूरे शरीर में फैल जाती है।

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2015-04-06

गुलकंद बनाने की विधि

गुलकंद बनाने की विधि

सामग्री- ताजे गुलाब की पंखुडियां, समान मात्रा में चीनी, एक छोटा चम्मच पिसी छोटी इलायची तथा पिसा सौंफ

विधि- ताजे गुलाब को तोड़ कर पंखुड़ियों को अलग कर लें इन गुलाब की ताजी व खुली पंखुडियॉं को साफ कर लें, अब कांच की बड़े मुंह की बोतल लें इसमें थोडी पंखुडियां डालें अब चीनी डालें फिर पंखुडियां फिर चीनी अब एक छोटा चम्मच पिसी छोटी इलायची तथा पिसा सौंफ डालें फिर उपर से पंखुडियां डालें फिर चीनी इस तरह से डब्बा भर जाने तक करते रहें इसे धूप में रख दें.

शेक्सपियर की नजर मेँ विवाह

वर्षों पहले शेक्सपियर ने विवाह के सम्बन्ध मेँ  बहुत ही पते की बात कही थीः



विवाह अटोर्नीशीप में निपटने से भी लायकता के विषय से भी अधिक विषय है क्योंकि विवाह नर्क की राह ले जाता है

2015-04-04

पत्नियां कैसे लड़ती है़

विभिन्न शोहरों की पत्नियां उनसे कैसे लड़ती है़

Pilot's wife:
ज्यादा मत उड़ो

Teacher's wife:
मुझे मत सिखाओ

Painter's wife:
थोबड़ा रंग दूंगी

Dhobi's🛁 wife:
धो दूंगी

Actor's wife:
ज्यादा नाटक मत करो

Dentist's wife:
बत्तीसी तौड़ दूंगी

Marwadi's wife:
हिसाब से रहो

Engineer's🔩🔧 wife:
सारे पुर्जे ढ़ीले कर दूंगी

Architect's wife:
ढ़ंग से रहो वरना थोबड़े का डिजाईन बदल दूंगी

Sunar's wife:
घड़ दूंगी

& the Best one
sales person's wife:
ज्यादा उछलोगे तो OLX पर बेच दूंगी

2015-04-02

विंडोज 10 के साथ नया इंटरनेट ब्राउजर स्पार्टन


माइक्रोसॉफ्ट ने अपने विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ ही माइक्रोसॉफ्ट ने अपने पुराने इंरनेट ब्राउजर को रिप्लेस कर स्पार्टन नया ब्राउजर लॉन्च किया है. इसमें कई सारे लेटेस्ट नये फीचर्स को सम्लित कर ब्राउजर बनाया गया है. स्पार्टन ब्राउजर में बिल्ट इन वॉइस असिस्टेंट 'कोर्टाना' भी है. 

महिला और अलादीन का चिराग

पति थोड़ा टाइम खाऊ है मगर चिराग वाले जिन्न से ज्यादा उपयोगी और टिकाऊ है!
महिलाएं और अलादीन का चिराग
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जूठे बरतनों के ढेर से घबराकर महिला बोली: हे ईश्वर! यह अलादीन का जादुई चिराग पुरुषों को मिलता है किसी महिला को-क्यों नहीं मिलता? जिन्न हमारा भी हाथ बंटा दिया करता!
प्रकट हुए परवरदिगार! और बोले नियम के अनुसार एक महिला को-एक बार में

2015-04-01

इन्सान बनने का काढा

इन्सान बनने का काढा
"""""""""""""""""""""
यदि आप अच्छे इंसान बनना चाहते हैं तो निम्नलिखित काढे का निर्माण करके स्वयम प्रयोग करे । 

(1) सच्चाई के पते '1' ग्राम
(2) ईमानदारी की जड '3' ग्राम
(3) परोपकार के बीज '5' ग्राम
(4) रहम दिदिल का छिलका '4' ग्राम

CHIDAMBARA RAHASYAM

CHIDAMBARA RAHASYAM
            (THE SECRET)
After 8 years of R & D, Western scientists have proved that at Lord  Nataraja 's big toe is the Centre Point of World 's Magnetic Equator.
Our ancient Tamil Scholar Thirumoolar has proved this Five thousand years ago! His treatise
Thirumandiram is a wonderful Scientific guide for the whole world.

हनुमान जयंती

इस वर्ष 4 अप्रैल, 2015 शनिवार को हनुमान जयंती है । कहते हैं कलयुग में हनुमानजी की उपासना सबसे ज्यादा फल देने वाली होती है। हनुमानजी को कलयुग का जीवित देवता माना गया है। कोई भी पीड़ा और परेशानी को हनुमानजी की आराधना से दूर किया जा सकता है।